इन्फ्लुएंजा क्या है?

इन्फ्लुएंजा वायरस से तात्पर्य सिंगल-स्ट्रैंड (एकल किस्म) वाले RNA ऑर्थोमेक्सोवायरस से है जो श्वसन तंत्र में एक्यूट (अचानक से होने वाले गंभीर) वायरल संक्रमण का कारण बन सकते हैं। संक्रमण के लिए जिम्मेदार इन्फ्लुएंजा वायरस के प्रकार के अनुसार आमतौर पर संक्रमणों को A, B, या C प्रकार में वर्गीकृत किया जाता है। अक्सर A और B प्रकार के इन्फ्लुएंजा ही गंभीर बीमारी पैदा करने के लिए अधिक जिम्मेदार होते हैं। इन्फ्लुएंजा A को सतह (सर्फेस) एंटीजन में अंतरों के आधार पर आगे उप-प्रकार किया जा सकता है।

किन लक्षणों पर नज़र रखने की आवश्यकता है?

इन्फ्लुएंजा रोग की इन्क्यूबेशन अवधि 1-4 दिन होती है जिसमें बुखार, सिरदर्द, मायलजिया (मांसपेशियों में दर्द), सुस्ती (थकान), कोरिज़ा (नाक बहना), गले में खराश और खांसी जैसे विशिष्ट लक्षण शामिल हैं। गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षण जैसे कि मतली, उल्टी आना और दस्त भी हो सकते हैं। इन्फ्लुएंजा से पीड़ित बच्चों में अक्सर क्रुप (कण्ठ रोग) के लक्षण भी दिखाई देंगे।

अधिकांश इन्फ्लुएंजा संक्रमण 2-7 दिनों के भीतर ठीक हो जाते हैं। हालाँकि, कई जटिलताओं जैसे ओटाइटस मीडिया (कान में संक्रमण), सेकेंडरी बैक्टीरियल निमोनिया (फेफड़ों में संक्रमण) और एन्सेफलाइटिस (मस्तिष्क में सूजन) के कारण बीमारी और रोग के परिणाम अधिक समय तक रह सकते हैं।

यह कैसे संचारित होता है

इन्फ्लुएंजा अत्यधिक संक्रामक होता है। यह खांसने या छींकने से आने वाली बूंदों, एरोसोल या किसी संक्रमित व्यक्ति के श्वसन स्राव के सीधे संपर्क के माध्यम से संचारित होता है।

एपिडेमियोलॉजी (महामारी विज्ञान)

इन्फ्लुएंजा रोग छोटे मामलों के तौर पर, महामारी के रूप में या वैश्विक महामारी के रूप में हो सकता है। जबकि समशीतोष्ण जलवायु में सर्दियों के महीनों में इसका प्रकोप अधिक होता है, लेकिन उष्णप्रदेशीय क्षेत्रों में इन मामलों के होने के समय में अधिक भिन्नता देखी जाती है।

वृद्ध देखभाल (एज्ड केयर) सुविधाओं, स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं और बाल देखभाल केंद्रों (चाइल्ड केयर सेंटरों) में इन्फ्लुएंजा के प्रकोप का खतरा अधिक होता है।

ऑस्ट्रेलिया में गर्भवती महिलाओं, 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों, 65 वर्ष से अधिक आयु के लोगों, अंतर्निहित चिकत्सीय समस्याओं से ग्रस्त लोगों, और एबोरिजिनल और टोरेस स्ट्रेट आइलैंडर लोगों में अस्वस्थता और मृत्यु की दर सबसे अधिक है।

रोकथामं

इन्फ्लुएंजा टीकाकरण 6 महीने या इससे अधिक आयु के प्रत्येक व्यक्ति के लिए उपलब्ध और अनुशंसित है जो स्वयं को इन्फ्लुएंजा रोग और इससे जुड़ी समस्याओं से सुरक्षित रखना चाहते हैं। इन्फ्लुएंजा वायरस के स्ट्रेन (प्रारूप) में प्रत्येक वर्ष आने वाले बदलाव के कारण, बीमारी के विरुद्ध प्रभावशाली रूप से सुरक्षित रहने के लिए प्रत्येक वर्ष टीकाकरण की सलाह दी जाती है। 

2024 में राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम (NIP) के तहत उच्च जोखिम वाले समूहों के लिए इन्फ्लुएंजा की वैक्सीन निशुल्क प्रदान की जाती है, जिनमें निम्नलिखित शामिल हैं: 

5 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोग जो वित्त पोषित टीकों के लिए अर्हता प्राप्त नहीं करते हैं, वे कुछ परिषदों, जीपी और सुरक्षाकर्मियों के माध्यम से निजी तौर पर टीके खरीद सकते हैं। परिषदों, जीपी और फार्मेसियों.

वैक्सीन प्लेटफार्म

ऑस्ट्रेलिया में उपलब्ध इन्फ्लुएंजा की वैक्सीन निष्क्रिय है, इसका अर्थ यह है कि वे प्रतिकृतियाँ बनाकर इन्फ्लुएंजा रोग का कारण नहीं बन सकते हैं। वे अपने निर्माण के प्रकार के आधार पर कोशिका-आधारित या अंडा-आधारित हो सकते हैं। 

पारंपरिक इन्फ्लुएंजा वैक्सीन का निर्माण मुर्गी के अंडों में इन्फ्लुएंजा वायरस विकसित करके किया जाता है। कोशिका-आधारित इन्फ्लुएंजा वैक्सीन का निर्माण जानवरों की कोशिकाओं (कैनाइन किडनी) में इन्फ्लुएंजा वायरस विकसित करके किया जाता है। ATAGI द्वारा पारंपरिक अंडा-आधारित वैक्सीन की तुलना में कोशिका-आधारित इन्फ्लुएंजा वैक्सीन के प्रयोग के लिए कोई प्राथमिकता प्रदान नहीं की गई है (अंडे से होने वाली एलर्जी/एनाफिलेक्सिस वाले व्यक्ति भी सुरक्षित रूप से अंडा-आधारित इन्फ्लुएंजा वैक्सीन प्राप्त कर सकते हैं - नीचे दिए गए आमतौर पर पूछे जाने वाले प्रश्नों को देखें)।

तालिका 1:2024 सीजन-संबंधी इन्फ्लुएंजा वैक्सीन में शामिल इन्फ्लुएंजा वायरस के स्ट्रेन 

जबकि विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) (WHO) और ऑस्ट्रेलियाई इन्फ्लुएंजा वैक्सीन समिति (Australian Influenza Vaccine Committee) (AIVC) द्वारा यह माना गया है कि B यामागाटा स्ट्रेन कई वर्षों से संचारित नहीं हो रहा है और वार्षिक वैक्सीन में इसे शामिल करना अब उचित नहीं है, लेकिन इसे 2024 इन्फ्लुएंजा वैक्सीन में शामिल किया गया है। यह एक सुरक्षा चिंता का विषय नहीं है और WHO and AIVC support its inclusion (नीचे दिए गए संसाधनों को देखें)। 

सहायक और उच्च-डोज़ वैक्सीन

वृद्ध लोगों की प्रतिरक्षा प्रणाली की प्रभावशीलता में धीरे-धीरे गिरावट (इम्यूनोसेन्सेंस के रूप में जाने जानी वाली प्रक्रिया) होने के कारण, मानक इन्फ्लुएंजा टीकाकरण के बाद प्रतिरक्षा उप इष्टतम हो सकती है। इसके अलावा, 65 वर्ष या इससे अधिक आयु के लोगों में इन्फ्लुएंजा रोग के खतरे और इससे संबंधित जटिलताओं जैसे निमोनिया और मृत्यु की दर सबसे अधिक है। इसलिए, प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को बढ़ाने के लिए, वृद्ध आबादी के लिए सहायक (फ्लूड क्वाड) या उच्च-डोज़ (फ्लुज़ोन उच्च-डोज़ क्वाड) इन्फ्लुएंजा वैक्सीन को प्राथमिकता दी जाती है।

तालिका 2: आयु के आधार पर 2024 इन्फ्लुएंजा वैक्सीन ब्रांड के लिए अनुशंसा

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* 9 वर्ष से कम आयु के बच्चों को इन्फ्लुएंजा वैक्सीन देने के पहले साल में कम से कम 4 सप्ताह के अंतर पर 2 डोज़ दी जानी चाहिए, बाद के वर्षों में एक डोज़ देने की सलाह दी जाती है।
ΩNIP फंडिंग केवल प्रथम राष्ट्र के लोगों, गर्भवती महिलाओं और कुछ चिकत्सीय जोखिम कारकों वाले लोगों के लिए ही उपलब्ध है
# 65 वर्ष या इससे अधिक आयु के लोगों के लिए सहायक या उच्च-डोज़ वाली क्वाड्रिवेलेंट इन्फ्लुएंजा वैक्सीन की प्राथमिकता के तौर पर सलाह दी जाती है।
ββफ्लुअरिक्स-टेट्रा/फ्लुक्वाड्री/अफ्लुरिया क्वाड/वैक्सीग्रिप टेट्रा/इन्फ्लुवैक टेट्रा/फ्लुसेलवैक्स क्वाड 65 वर्ष या इससे अधिक आयु के लोगों में उपयोग के लिए पंजीकृत हैं, हालाँकि सहायक या उच्च-डोज़ वाली वैक्सीन इस आयु वर्ग के लिए मुख्य रूप से उपयोग किये जाने वाली वैक्सीन हैं।
^सॉलिड ऑर्गन ट्रांसप्लांट (SOT) haematopoietic या हेमेटोपोएटिक स्टेम सेल ट्रांसप्लांट (HSCT) के बाद इम्यूनोसप्रेशन के कारण इन्फ्लुएंजा .वैक्सीनेशन की पृष्ठभूमि (हिस्ट्री) होने के बावजूद भी पहले साल में 2 डोज़ लेने की सलाह दी जाती है। इसमें सहायक या उच्च-डोज़ इन्फ्लुएंजा वैक्सीन प्राप्त करने वाले व्यक्तियों के लिए अपवाद है जहाँ केवल 1 डोज़ की सलाह दी जाती है।
छायांकित बक्से NIP के तहत पात्र व्यक्तियों के लिए फंडिड वैक्सीन को दर्शाते हैं।
छायांकित बक्से इस आयु वर्ग में उपयोग के लिए पंजीकृत नहीं हैं।
छायांकित बक्से सहायक या उच्च-डोज़ वैक्सीन को दर्शाते हैं।

अपेक्षित दुष्प्रभाव

टीकाकरण के बाद आम दुष्प्रभावों में इंजेक्शन स्थल पर दर्द, लालिमा और सूजन के साथ-साथ बुखार, बेचैनी और मायलजिया शामिल हैं। लक्षण आमतौर पर टीकाकरण के बाद 24-48 घंटों के भीतर सामने आते हैं।

कोशिका-आधारित इन्फ्लुएंजा वैक्सीन के दुष्प्रभाव भी पारंपरिक अंडा-आधारित इन्फ्लुएंजा वैक्सीन के समान ही होते हैं। मानक इन्फ्लुएंजा वैक्सीन फॉर्मूलेशन की तुलना में सहायक क्वाड्रीवॉलेंट फॉर्मूलेशन वाले टीकाकरण के बाद के दुष्प्रभाव थोड़े अधिक हो सकते हैं।

आमतौर पर पूछे जाने वाले प्रश्न

फ्लू से बचाव के लिए वैक्सीन लगवाने का उचित समय कब होता है?

6 महीने या इससे अधिक आयु के सभी व्यक्तियों को इन्फ्लुएंजा सीज़न की शुरुआत से पहले ही वार्षिक टीकाकरण की सलाह दी जाती है। ऑस्ट्रेलिया में इन्फ्लुएंजा रोग फैलने की चरम अवधि आमतौर पर जून से सितंबर होती है। लेकिन, सीज़न के बाहर भी मामले घटित हो सकते हैं और होते भी हैं। इन्फ्लुएंजा से इष्टतम सुरक्षा टीकाकरण के बाद पहले 3-4 महीनों के भीतर होती है। सीज़न में किसी भी समय वैक्सीन लगवाने से नुकसान नहीं होता है, बल्कि सहायता ही मिलती है।

गर्भवती महिलाएँ गर्भावस्था की किसी भी अवस्था के दौरान सुरक्षित रूप से इन्फ्लुएंजा वैक्सीन ले सकती हैं। जब गर्भावस्था एक से अधिक सीजन में चलती है, तो कुछ गर्भवती महिलाओं को 2 इन्फ्लुएंजा वैक्सीन, प्रत्येक वर्ष में एक लेने की सलाह दी जा सकती है।

क्या स्वस्थ लोगों को इन्फ्लूएंजा के खिलाफ टीकाकरण की आवश्यकता है?

इन्फ्लुएंजा बहुत गंभीर बीमारी हो सकती है जिसके परिणामस्वरूप अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता पड़ सकती है और मृत्यु भी हो सकती है। उन मामलों में भी जहाँ बीमारी और इसकी जटिलताएं गंभीर नहीं हैं, यह व्यक्ति के लिए बड़ी असुविधा का कारण बन सकती है, इनमें जीपी से मुलाकात और दवाओं की लागत, और इसके साथ ही अपने लिए या अपनी बीमार संतानकी देखभाल के लिए काम से छुट्टी लेना शामिल है।

कुछ मामलों में, ऐसा हो सकता है कि व्यक्ति को गंभीर बीमारी नहीं हो लेकिन संक्रमण अन्य लोगों में फैल सकता है। यह तब महत्वपूर्ण हो सकता है जब यह उन लोगों में फैल जाता है जिनकी आयु टीकाकरण के लिए बहुत छोटी होती है या जिन्हें बीमारी की जटिलताओं का उच्च जोखिम होता है।

यदि इस वर्ष किसी व्यक्ति में इन्फ्लुएंजा रोग की पुष्टि हुई है, तो क्या उन्हें तब भी इन्फ्लुएंजा वैक्सीन लगवाने की सलाह दी जाती है और उन्हें इसे कब लगवाना चाहिए?

कोई भी ऐसा व्यक्ति जिसे पहले इन्फ्लुएंजा संक्रमण हुआ हो, उसे भी टीकाकरण लगवाने की सलाह दी जाती है क्योंकि वैक्सीन इन्फ्लुएंजा रोग के कई स्ट्रेन (प्रारूपों) से सुरक्षा प्रदान करती है। रोगी के अपनी बीमारी से ठीक हो जाने पर इन्फ्लुएंजा की वैक्सीन लगवाई जा सकती है।

क्या इन्फ्लुएंजा की वैक्सीन को अन्य वैक्सीन के साथ ही दिया जा सकता है?

हाँ, इन्फ्लुएंजा की वैक्सीन को किसी अन्य वैक्सीन के साथ उसी दिन साथ में दिया जा सकता है। इसमें लाइव-एटेनुएटेड वैक्सीन (जैसे मीसल्स और वैरीसेला) और गर्भावस्था में पर्टुसिस वैक्सीन शामिल हैं। गर्भावस्था.

यदि किसी रोगी को 2024 की शुरुआत में सीज़न के अंत में 2023 इन्फ्लुएंजा वैक्सीन लगी हो, तो क्या उन्हें फिर भी 2024 इन्फ्लुएंजा वैक्सीन की आवश्यकता है?

हाँ। ऐसे मामलों में भी संबंधित वर्ष के संचालित स्ट्रेन से सुरक्षित रहने के लिए 2024 इन्फ्लुएंजा वैक्सीन लगवाने की सलाह दी जाती है। न्यूनतम 4 सप्ताह का अंतराल रखने की सलाह दी जाती है।

9 वर्ष से कम आयु के बच्चे जिन्हें पिछले वर्ष पहली बार इन्फ्लुएंजा की वैक्सीन लगी हो, लेकिन केवल 1 ही डोज़ मिली हो, उन्हें इस वर्ष कितनी डोज़ की आवश्यकता है?

ऐसे मामलों में केवल 1 ही डोज़ की आवश्यकता है। 9 वर्ष से कम आयु के बच्चों में वैक्सीन लगवाने के पहले ही वर्ष में इन्फ्लुएंजा वैक्सीन की 2 डोज़ की सलाह दी जाती है। हालाँकि, यदि अनजाने में दूसरी डोज़ रह जाती है, तो इसे इस कारण लगवाने की आवश्यकता नहीं होती है और भविष्य के वर्षों में केवल 1 ही डोज़ की आवश्यकता होती है।

क्या इन्फ्लुएंजा वैक्सीन एलर्जी वाले लोगों के लिए सुरक्षित हैं?

अंडे से होने वाली एलर्जी ( अंडा एनाफिलेक्सिस सहित) वाले लोगों और एलर्जी न होने वाले लोगों में इन्फ्लुएंजा टीकाकरण के संभावित और पूर्वव्यापी अध्ययन के आधार पर, अंडे से होने वाली एलर्जी की उपस्थिति इन्फ्लुएंजा वैक्सीन के प्रति एलर्जी प्रतिक्रियाओं के जोखिम को नहीं बढ़ाती है। अंडा-आधारित इन्फ्लुएंजा वैक्सीन को सामुदायिक टीकाकरण क्लीनिक (जहाँ पर प्रत्यक्ष मेडिकल प्रैक्टिशनर सुपरविजन हो भी सकती है और नहीं भी), जनरल प्रैक्टिशनर सर्जरी या टीकाकरण क्लीनिक में एकल डोज़ के रूप में और उसके बाद अनुशंसित 15 मिनट की निगरानी अवधि के साथ दिया जा सकता है। इस रोगी समूह में कोशिका-आधारित इन्फ्लुएंजा वैक्सीन को प्राथमिकता से देना आवश्यक नहीं है।

2024 में NIP के तहत उपलब्ध सभी इन्फ्लुएंजा टीके लेटेक्स मुक्त हैं, जिसका अर्थ यह है कि लेटेक्स एलर्जी वाले लोगों को भी सुरक्षित रूप से वैक्सीन लगायी जा सकती है।

इन्फ्लुएंजा टीकाकरण पर अधिक प्रश्नों के लिए, कृपया हमारे टीकाकरण समर्थन के माध्यम से हमसे संपर्क करें। टीकाकरण समर्थन.

संसाधन

लेखक: ए/प्रोफेसर निगेल क्रॉफर्ड (निदेशक SAEFVIC, मर्डोक चिल्ड्रेन्स रिसर्च इंस्टीट्यूट (Murdoch Children’s Research Institute)), राचेल मैकगायर (रिसर्च नर्स SAEFVIC, Murdoch Children’s Research Institute), जॉर्जिना लुईस (क्लिनिकल मैनेजर SAEFVIC, Murdoch Children’s Research Institute) और मेल एडिसन (रिसर्च नर्स SAEFVIC, Murdoch Children’s Research Institute).

द्वारा समीक्षित: राचेल मैकगायर (MVEC शिक्षा नर्स समन्वयक)।

तारीख: मार्च 2024

नई जानकारी के उपलब्ध होते ही इस अनुभाग की सामग्रियों को अपडेट किया जाता है। मेलबर्न वैक्सीन एजुकेशन सेंटर (एमवीईसी) (Melbourne Vaccine Education Centre (MVEC)) के कर्मचारी नियमित रूप से सटीकता के लिए इस सामग्री की समीक्षा करते हैं।

आपको इस साइट में प्रदान की गई जानकारी को अपने व्यक्तिगत स्वास्थ्य या अपने परिवार के व्यक्तिगत स्वास्थ्य के लिए विशिष्ट, पेशेवर चिकित्सीय सलाह नहीं मानना चाहिए। चिकत्सीय संबंधी चिंताओं के लिए जिसमें टीकाकरण, दवाओं और अन्य उपचारों के बारे में निर्णय लेना शामिल है, आपको हमेशा स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से परामर्श लेना चाहिए।